Monday, December 23, 2024
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मैं और मेरा Mylo

Mylo मेरे ज़िन्दगी के एक सबसे खूबसूरत लम्हों का साथी था। आज 24 मार्च 2024 को उसके चले जाने के बाद उसके दिए गए खालीपन को शब्दो में लिखने की कोशिश है। उम्मीद है आपको ये एहसास दिला पायेगा की ये धरती सिर्फ़ हमारी नहीं है, यहाँ सबका खुश रहने का अधिकार है भले ही वो कोई एक बेज़ुबां आवारा कुत्ता ही क्यों न हो। 

कौन है Mylo?

हमारा कॉलेज शहर से दूर खेतों के बीच है। अक्सर हमारे कॉलेज में आवारा कुत्ते घुस जाते है। कुछ के लिए वही कॉलेज उनका घर है, और कैंटीन से बचा खाना उनका खाना। जब मैं सबसे पहले कॉलेज आई तो उस वक्त वहां एकदम खूबसूरत खूबसूरत से कुत्ते के छोटे छोटे बच्चे थे।

उनको देखकर दिल करता ऐसे इन्हे गोद में उठाकर खेलु। उनमें से एक सबसे प्यारे का नाम किसी ने ‘COCO’ रखा था। मेरी और ‘COCO’ की कहानी फिर कभी। COCO के बाद अगले साल मुझे मिला था हमारा ‘GOOFY’. COCO और GOOFY मेरे सबसे प्यारे थे , और उपरवाले ने उन दोनों को भी मुझसे छीन लिया था। उनकी कहानी भी कभी लिखूंगी। अभी सबसे प्यारे और सबसे छोटे MYLO की कहानी

एक दिन मैं अपने हॉस्टल रूम में बैठी थी । हॉस्टल में मैं शेयरिंग नहीं अकेले रहना पसंद करती थी। उस दिन हमारी हॉस्टल वार्डन के नई लड़की जिसने हाल में ही एडमिशन लिया था उसे मुझसे मिलाने लेकर आयी। पता नहीं बस उससे बात करके अपनापन सा लगा। हमें दोस्त बनते देर न लगी और हम घंटो बातें करते। बस फिर क्या था हमने रोज़ साथ में घूमना-फिरना , खाना-पीना शुरू कर दिया । उन्ही दिनों हमारे कॉलेज में नए-नए puppies का  जन्म हुआ था।

एक दिन मैं और मेरी दोस्त उन बच्चों से मिलने गए। उन सारे बच्चो के बीच Mylo सबसे कमज़ोर बच्चा था। उसका रंग सफ़ेद और उसकी आँखों के पास का भूरा था। पता नहीं पर क्यों उनमें से MYLO हमारा सबसे प्यारा बन गया। उसकी शरारते देखकर ऐसा हुआ होगा शायद। अब हमारा रोज़ का काम होगया था सबसे पहले उठते ही उससे मिलना , उसे खाना खिलाना, उसे गोद में उठाके घूमना। मेरी दोस्त ने मुझे बताया की उसका pet भी Mylo जैसा ही दिखता था जो अब कुछ समय पहले नहीं रहा ।

मेरी दोस्त का एडमिशन कहीं और हो गया और वो चली गयी अब मेरे पास था सिर्फ़ मेरा mylo , वो 2 महीने का होगया था और मेरा रोज़ का routine था उससे मिलना , उसको खाना खिलाना। वो कहते हैं ना कभी कभी भगवान आपको किसी अनजान से मिला देते हैं , जो हमेशा आपकी ज़िन्दगी का एक सबसे यादगार पल बनके रह जाता है। शायद mylo मेरे लिए मेरा सबसे करीबी और मेरा सबसे अच्छा दोस्त हो गया था। 

क्यों पड़ा उसका नाम Mylo?

Mylo with his siblings

तो ये बात तबकी है जब कुछ नए लोग हमारे कॉलेज में आये। हमने देखा की सब इस बच्चे को बहुत प्यार दे रहे हैं । ये बच्चा सबसे प्यारा और सबका दिन अच्छा कर रहा है , तब हमने सोचा की क्यों न इसको एक बहुत  प्यारा सा नाम दे दिया जाये जिस नाम को लेते ही सबको एकदम प्यारा सा लगे । mylo का मतलब है my love. अब वो था ही इतना प्यारा की उसको ये नाम देना पड़ा। लोग उसको सुस्त कहते क्यूंकि वो हमेशा सोया रहता पर सबसे प्यारा वही था। 

मेरा और Mylo का प्यार !

मेरा और मेरे mylo का प्यार में कभी शब्दों में बता ही नहीं पाऊँगी। वह मेरे दिल के बहुत करीब था। मैं कॉलेज जाने से पहले भी उससे मिला करती थी , क्लासेज क बीच में आके भी उससे मिला करती थी , जैसे की वह मेरी ज़िन्दगी का बहुत ज़रूरी हिस्सा बन गया हो । मैं उसे उठा के घुमा करती ।मैंने कभी नहीं सोचा था की कोई समय ऐसा आएगा जब वो मुझसे दूर चला जायेगा । एक दिन कुछ ऐसा हुआ की वो हमेशा के लिए मुझसे दूर चला गया।

कैसे होगये में और Mylo दूर !

Mylo in hospital

वो कहते हैं न ” everything is temporary in your life, nothing is permanent”  पर ये quote तो things पे लागू होता है ना, feelings  और emotions पे नहीं । अब चाहे वो मुझसे दूर कैसे भी गया हो , पर उसका सिर्फ़  शरीर दूर हुआ है ना , वो हमेशा तो मेरे पास ही है ।

एक सुबह मैंने देखा की mylo सीढ़ी पे खामोश पड़ा है। हमने पुछा तो लोगो ने बताया की किसी बच्चे ने इसे बहुत ज़ोर से मारा है। उस बच्चे ने इस बेचारे को बार बार उठाकर पटका था। कुछ देर उसके होश में आने का इंतज़ार करने के बाद जब वो होश में नहीं आया तब हमने हॉस्पिटल जाना ज़रूरी समझा । जैसे ही हम हॉस्पिटल जाने लगे तो ऑटो में mylo भोत ख़ुशी से सर उठा के बाहर के नज़ारे ले रहा था । उसके लिए ये पहली बार था की वो एक जगह से बाहर कहीं गया हो।

जैसे ही हम हॉस्पिटल पहुंचे तो डॉक्टर ने इसे देखके पूछा कि ये stray dog है क्या , तो हमने कहा कि ये हमारे ही कॉलेज में रहता है और किसी ने इसे बहुत मारा है । तो उन्होंने इसका इलाज शुरू किया । जैसे ही उन्होंने इसका इलाज शुरू किया उन्होंने कहा कि ये ठीक है बस थोड़ा शॉक लग गया है , थोड़ा डर गया है । कुछ इंजेक्शन लगने के बाद और दवाई लेने के बाद हम अपने कॉलेज वापिस आते हैं।

मैं इसे अपने हॉस्टल के रूम लेके आई।एक टॉवल में ढका हुआ बच्चा भोत प्यार से सो रहा था । जैसे ही मैंने उसको नीचे बिठाया तो वह उठके चलने की कोशिश करने लगा। वह चल तो पा रहा था पर फिर भी उसकी टाँगे भर नहीं उठा पा रही थीं । मैंने उसको सहलाया , उसे अपनी गोद में सुलाया और वो बहुत प्यार और शांति से सो गया । मैं पुरे दिन उसके पास बैठी रही । अब समय था उसको दही पिलाने का । शायद वो खुद दही नहीं पीना चाहता था तो मैंने अपने हाथों से उसे दही पिलाया । थोड़ी ही देर में उसने उलटी कर दी । मैं बहुत डर गयी ।

लेकिन डॉक्टर से बात करके पता चला की वह अभी ये सब पचा नहीं पायेगा। रात होते ही मैंने देखा की खून जैसा कुछ उसकी शीट पे लगा है , देखा तो bleeding हो रही थी । में इस बार बहुत ज़्यादा ही डर गयी , तोह डॉक्टर से पूछने पर पता चला की उसे internal injury हुई है ।

थोड़ी ही देर में वो तड़पने लगा । मैंने देखा तो वो ज़ोर ज़ोर से सांसें ले रहा था , मुझे लगा की शयद वह दर्द की वजह से चिल्ला रहा है , मैंने उसे दवाई दी और पानी पिलाने लगी । जैसे ही मैंने उसे गोद में उठाया bleeding भोत तेज़ होने लगी । शायद वह आखिरी साँस ले रहा था । एक अंतिम बार उसने मुझे देखा और बहुत ज़ोर से साँस ली । में समझ गयी थी अब वो इस दुनिया में नहीं रहा । मुझे कुछ देर कुछ एहसास नहीं हो रहा था , उस तेज़ धड़कते दिल से मैंने उसे एक आखिरी बार गले लगाया।

Mylo के जाने के बाद मेरे विचार !

mylo ka akhiri samay

लोग कहते हैं की हर इंसान के दिमाग में “A rush of thoughts ” रहता है । मेरे दिमाग में बहुत बातें आयी । क्या उसको इस तरह से चले जाना चाहिए था ? क्या उसकी ज़िन्दगी सर्फ इतनी ही थी और किसी का मरना तो बस एक बहाना था ? शायद में उसका जाना बर्दाश्त नहीं कर पा रही तो में कुछ भी सोच रही हु। पर क्या उसे ऐसे जाना चाहिए था ? क्या उसी ज़िन्दगी किसी के लिए मायने नहीं रखती ?

एक बच्चे का उसको इस तरह मारना। क्या हमे ज़रूरत नहीं अपने बच्चों को सीखाने की कि बेज़ुबान जानवर भी दर्द में होते हैं , उन्हें दर्द भी होती है वो फील भी करते हैं। उस बच्चे को तोह ज़रा भी एहसास न था की उसकी मस्ती ने एक जीव की जान लेली। क्या माता पिता को ये ज़िम्मेदारी का एहसास नहीं होना चाहिए की आपके बच्चे किसी भी जीव के प्रति थोड़े हृदयात्मक रहें। उनके लिए वो दया का भाव रखें? खैर मेरा mylo तो चला गया न ?

किसी का आपके हाथों में दम तोड़ देना एक ऐसी बात है जो शयद दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान को भी कमज़ोर बनके रख देता है । mylo का मेरे पास आना , मेरी गोद में दम तोड़ देना शयद हम दोनों के बीच का प्यार ही दिखती है ।

स्वीकार करना बहुत मुश्किल है लेकिन ये सोचके कि वो एक बहुत अच्छी ज़िन्दगी जीएगा और एक अच्छी जगह रहेगा , में उसके लिए खुश हू। शायद में उसे कभी नहीं भुला पाऊँगी और में चाहती हू कि वो भी मुझे कैसे भी बस याद रखे बस उसे इतना पता हो कि कोई उसे बहुत मिस करने वाला है ! उसका अंतिम सांस में सर्फ मुझे देखना , शायद में कभी नहीं भुला पाऊँगी!

RIP MY MYLO ! जहाँ रहो खुश रहो

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